मुर्दों को मिल रहा राशन: मृत कार्डधारकों के नाम से फर्जीवाड़ा, धड़ल्ले से बांटा जा रहा राशन, कारनामे पर भड़के मंत्री, दिए जांच के निर्देश
छत्तीसगढ़ के गरियाबंद में गजब का कारनामा सामने आया है. यहां मनरेगा में बोगस मजदूरी के बाद मृत कार्डधारकों को राशन बांटा जा रहा है. मुर्दों के नाम पर फर्जीवाड़ा किया जा रहा है. बरबहली पंचायत में संचालित राशन दुकान से मुर्दे भी राशन ले जा रहे हैं. राशन जारी होने की शिकायत पर प्रभारी मंत्री ने एसडीएम को जांच के निर्देश दिए हैं.
दरअसल, ग्राम के सीताराम पाथर ,शोभाराम मांझी समेत अन्य ग्रामीणों ने शनिवार को दासोपारा पहुंचे. खाद्य एवं जिले के प्रभारी मंत्री अमरजीत भगत के समक्ष इसकी लिखित शिकायत की. मंत्री ने शिकायत को गम्भीरता से लेते हुए एसडीएम अर्पिता पाठक को जांच कर कार्रवाई करने कहा है. एसडीएम पाठक ने कहा कि सोमवार से इसकी विधिवत जांच की जाएगी.
शिकायत कर्ताओं के मूताबिक राशन दुकान ग्राम पंचायत सन्चालित कर रहा है. मृत व्यक्तियों को छंटनी कर साल भर पहले नए लिस्ट बनाए गए. नियम से पंचायतों को मृत व्यक्ति का नाम खाद्य विभाग को भेज कर उनके नाम राशन आवंटन लिस्ट से कटवाना था, लेकिन ऐसा नहीं हुआ.
सीताराम पाथर, शोभाराम मांझी ने बताया कि ग्राम के सुमित्रा पाथर ,जयमनी, मंगलसिंह,वृंदा यादव,रजूला बाई,खेम बाई,समेत 11 से ज्यादा लोगों की मौत साल भर पहले हो चुकी है, जिनका राशन आज भी जारी होता है. शिकायतकर्ताओं ने बताया कि यह दुकान पंचायत सचिव के नाम पर एलार्ट है, जिसका सेल्समैन दुष्यंत सिन्हा है, जो सरपंच सुमित्रा सिन्हा का बेटा है.
नियमतः पंचायत द्वारा संचालित इस दुकान में पँचायत पदाधिकारी का कोई भी रिश्तेदार दुकान सेल्समैन नहीं हो सकते, लेकिन नियम कायदे ताक में रखकर यंहा भी गड़बड़ी हो रही है.
तीन साल पहले ही राशन वितरण प्रणाली को ऑनलाइन किया गया. मकसद बोगस वितरण को रोकना था. नियमानुसार राशन कार्ड के मुखिया और परिवार का अंगूठा पोर्टल में एंट्री है. ऐसे में परिवार के किसी एक सदस्य के पॉस मशीन में अंगूठा लगाने के बाद उसे पूरे सदस्यों का राशन दिया जाता है.
शिकायतकर्ताओं के मुताबिक 11 में से 8 मुखिया है, जिनके सदस्यों को मृतक के हिस्से का राशन कार्ड कर सेल्समेन राशन देता है, जबकि नवनिकरण में पंचायत द्वारा मृतक के नाम विलोपित नही कराने के कारण मृतकों के नाम से साल भर हो गए प्रतिमाह राशन आ रहा है.